Header Ads Widget

Responsive Advertisement

Ticker

6/recent/ticker-posts

Samajh Me Aaya Kya Lyrics In Hindi - EMIWAY

Samajh Me Aaya Kya Lyrics In Hindi - EMIWAY - - Emiway Lyrics

Singer - Emiway
Music - Flamboy
Song Writer - Emiway


Samajh Me Aaya Kya Lyrics In Hindi


रफ़्तार का इंटरव्यू देखा मैं,
उसमे उसने बोला एमिवाय कमाया क्या..
मेरे वीडियो पे जो भी पैसा मैने लगाया,
वो सारा पैसा बंटाई तूने लगाया क्या..

मैने कमाया क्या..
मैने गवाया क्या..
माँगने को पैसा मैं घर तेरे आया क्या..
हन मैं आया था तौफा साथ लाया था,
भाई मानता था और तूने बताया क्या..
एमिवाय कमाया क्या..
मैने जनता कमाया छ्होटे समझ मे आया क्या..
हा समझ मे आया क्या? समझ मे आया क्या..

(हंड्रेड आंड वन पर्सेंट, ई आम थे बिग्गेस्ट)
(मानना क्या है..)

विवियन डिवाइन ने भी बोला था पार्टी मे
एमिवाय पैसा कमाया क्या..
101 टक्का तू खुद को बड़ा बोले,
हाहहाहा, मज़ाक है क्या..

लेबल से आने के बाद तेरा काम बना,
लेकिन मेरा नाम और बंटाई से बना
क्या बिग्गेस्ट है तो तेरे सामने ही
बहूत सारे वोट्स के साथ पीपल'स चाय्स अवॉर्ड उठाया क्या..
साइन होना बुरा नही लेकिन मेरे होते हुए खुद को बड़ा बोलना नही
बोलने का है तो फिर असली इनडिपेंडेंट बनके दिखाने का,
सोना चढ़ने का,
गहना लगाने का हर महीना मेरे जैसा बंटाई वीडियो बनाने का,
कुलफी रॅपर को कुलफा कहलाने का
समझ में आया क्या..

क्या बोलेगा बंटाई
अरे वो कुलफी रॅपर का नाम क्या है..
म्सी स्तन
हा, म्सी स्तन
सुन,

मंदा मुंडा चप्पल का चंदा
टाँगो को तोड़ूँगा करेंगा भांगड़ा
मुर्गी का तंगड़ा, मुम्मा-मुम्मा का आजा दूध पी
एआक काम कर आके मेरा मूट पे
बस नाके पे रेल फाटे पे और म्सी स्तन तू मेरे झाते पे
तेरे जैसे जीतने लोग सोच रखते है,
उनलोग को लत्कोंगा तराजू के काँटे पे
समझ मे आया क्या..
आया क्या एलीयन के सकल के, आईला ज़ादू..

आबे मेरे मा बाप नही बोलते पैसा दे घर पे
तू कीको टेन्षन ले रहा तेरे सिर पे..
22 साल की उमर में देख कहाँ पे हूँ
तू जहाँ पे है उससे भी वहाँ पे हूँ
आके देख ज़रा कैसे मैं जीटा हूँ
बिना शोस किए महँगी चीज़े ख़ाता पीटा हूँ
जीटा हूँ, दिखावा नही करता,
चुप रहता हूँ मैं धावा नही करता,
तो फ़ायदा उठा रही है पब्लिक
बंटाई की पब्लिक बोले तो तकलीफ़,
तकलीफ़ तो होनी है बंटाई हातेला है
जो भी अएडए छाले करता खुले आम पेला है,
खेला है खेल मैने खुद के तरीके से
सबके फ्लो एआक ही तरीके के,
सबको पता है कौन खुद के बलोबूते पे
नंगे पैर निकला था लेकिन आज जुटे पे,
जो भी करता हूँ दिल से करता हूँ
सब कुछ मेरे खुद के कमाई का
गाड़ी ले सकता हूँ फिर भी मैं स्कूटी पे क्यू..
क्यूकी अलग वजाब तेरे भाई का

मुझसे कोई नीचे नही मुझसे कोई उपर नही
मुंबई की बोली मे रॅप करना तुझसे नही
मुझसे और नेअज़ी से सीखेले फिर जाके लिखेले तब जाके दिखेले
समझ में आया क्या..

समझ में आया क्या..
समझ में आया क्या..
समझ में आया क्या..

ये लोग ने पैसा कमा लिया सबकुछ बना लिया
चार पाँच साल के लिए मिलेंगे तालियाँ
उसके बाद गायब हो जाते बेचारे
इन्हे आर्टिस्ट ना बोलो इन्हे बोलो विजय मल्लय
हा, समझ मे आया क्या..

ये पैसे के पीछे हन पागल है
इसीलिए मुझ जैसे ना खड़ा कर पाएँगे एंपाइयर
मेरा ही स्टेडियम, मेरा ही मॅच और मेरा ही रूल्स और मैं खुद ही एंपाइयर
बात ला बॉल डाल

आया क्या..

ये डिस गाना नही है
जिस जिस को लग रहा है, ये दिस गाना है
ये डिस गाना नही है सच्चाई गाना है
सच्चाई बोलेल्ले अपुन
बहुत दिन शांत थे
लेकिन आभी और शांत नही रहूँगा मैं इनडिपेंडेंट आर्टिस्ट हूँ
और कोई है क्या यहाँ पे
है तो बताओ
करके दिखाओ
हाहहः, मालूम है ना
पीस

समझ में आया क्या....


Post a Comment

0 Comments