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Rim Jhim Gire Sawan Lyrics In Hindi | Manzil (1979) | Amitabh Bachchan | Maushami

 

Rim Jhim Gire Sawan Lyrics In Hindi - Rimjhim Gire Sawan | Manzil (1979) | Amitabh Bachchan | Maushami | - - Kishore Kumar Lyrics

Singer - Kishore Kumar
Singer - R.D Burman

Rimjhim Gire Sawan Lyrics In Hindi


रिमझिम गिरे सावन

सुलग सुलग जाए मान

भीगे आज इस मौसम में

लगी कैसी ये अगन


रिमझिम गिरे सावन

सुलग सुलग जाए मान

भीगे आज इस मौसम में

लगी कैसी ये अगन

रिमझिम गिरे सावन


जब घुंघरूण सी बजती हैं बूँदें

अरमान हमारे पलकें ना मूंदें

जब घुंघरूण सी बजती हैं बूँदें

अरमान हमारे पलकें ना मूंदें


कैसे देखें सपने नयन

सुलग सुलग जाए मॅन

भीगे आज इस मौसम में

लगी कैसी यह अगन

रिमझिम गिरे सावन


महफ़िल में कैसे केहदें किसी से

दिल बाँध रहा है किसी अजनबी से

महफ़िल में कैसे केहदें किसी से

दिल बाँध रहा है किसी अजनबी से


हाए करें अब क्या जतन

सुलग सुलग जाए मॅन

भीगे आज इस मौसम में

लगी कैसी यह अगन


रिम झिम गिरे सावन

सुलग सुलग जाए मॅन

भीगे आज इस मौसम में

लगी कैसी यह अगन

रिमझिम गिरे सावन



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